Ishq prr zorr nhi
मुझे आज भी याद है जब मैं माँ की गोद मैं रोओ रहा था और माँ अपनी दुपट्टे से मेरी आँखों से गिरते हुए आँसू साफ कर रही थी और साथ बोल रही थी क्या वो दुनियाँ की आख़री लड़की है जो ऐसे बच्चो की तरह रो रही हो ? तुम तू अपनी ज़िन्दगी मैं भी कभी इतना नहीं रोये था तो मैं और ज़ोर से सिसकी भरने लगा उस वक़्त मेरी हालत एक छोटे बच्चे की तरह थी जो महंगे तारीन खिलोने दूर फेकता है और अपना पसंदीदा खिलौना sine से लगता है लोगो से छुपता है सच कहो तो मैंने तुम से बड़ी मासूमियत वाला इश्क़ किया हुआ था...
Mujhe aaj bhi yad hai jab main maa ki god main roo raha tha or maa apny dupatte se meri aankhon se girte hoe aanson saf kar rahi thi or sath bol rahi thi kya wo dunai ki aakhri ladhki hai le esy baccho ki tarha roo rahy ho? Tum tu apni zindagi main bhi kabhi itna nahi roye thy toh main or zor se saskiya bharne laga uss waqt meri halat ek chote bacche ki tarha thi jo mehngy tareen khilone door phekta hai or apna pasandida khilona sine se lagata hai logo se chupata hai sach kaho toh maine tum se badi masoomiyat wala ishq kiya howa tha...